Share Market Investment Tips 2024

शेयर बाजार में मिलने वाले लाभ सभी को बहुत ज्यादा आकर्षित करते हैं इसलिए अधिकतर लोग Share Market Investment करना चाहते हैं लेकिन इससे पहले कुछ बातों का ध्यान रखा जाना चाहिए आईए जानते हैं ।

महंगाई के इस दौर में लोगों के लिए अपनी सीमित आय से परिवार की जरूरत है पूरी करना बहुत मुश्किल होता है । इसलिए हर व्यक्ति अपने लिए आय के कुछ दूसरे तरीके ढूंढने की कोशिश में जुटा रहता है । ऐसे में शेयर मार्केट उनके लिए अच्छा विकल्प हो सकता है, लेकिन वहां निवेश करने से पहले आपको कुछ महत्वपूर्ण बातों का ध्यान रखना चाहिए ।

Share Market Investment Tips

How to start Share Market Investment

सबसे पहले आपको किसी विश्वसनीय स्टॉक ब्रोकर के माध्यम से अपना डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट खुलवाना होगा , या तो ऑनलाइन भी भी खुलवा सकते हैं आजकल कई स्टॉक ब्रोकर कंपनियां है जो आपका फ्री में या बहुत कम चार्ज में अकाउंट ओपन कर देते हैं अधिक जानकारी के लिए आप सेबी की साइट से देख सकते हैं ।अगर आप शेयर बाजार में निवेश कर रहे हैं तो आपके लिए ब्रोकर या ब्रोकरेज फॉर्म से निवेशक के रिश्ते को समझना जरूरी है । हमेशा ऐसे विचोलियां या ब्रोकर के साथ डील करें जो से भी या स्टॉक एक्सचेंज के साथ रजिस्टर्ड हो । अपने ब्रोकर से एजेंट हमेशा कॉन्ट्रैक्ट नोट ले, कॉन्ट्रैक्ट नोट मे सारे ट्रांजैक्शन टैक्स और ब्रोकरेज की डिटेल होती है ब्रोकर के साथ हमेशा पैसों का लेनदेन ऑनलाइन या चेक के माध्यम से ही करें ।

खुद करें रिसर्च

शेयर बाजार के ब्रोकर के साथ आर्डर प्लेस करते समय कंपनियों के बारे में खुद भी अच्छी तरह से रिसर्च कर ले कि उनका मैनेजमेंट कैसा है फंडामेंटल कैसे हैं यह भी देखें की कंपनी और उनके प्रबंधन कैसी घोषणाएं कर रहा हैं और किन बातों से संबंधित जानकारियां दे रहा है? इस तरह की जानकारियां आपको स्टॉक एक्सचेंज और कंपनियों की वेबसाइट से मिल जाती हैं ।

बाजार का सर्वेक्षण

शेयर बाजार में खास तौर पर दो तरह के ट्रेडर या निवेशक होते हैं । एक जो फंडामेंटल पर फोकस करते हैं और दूसरे जो टेक्निकल चार्ट देखकर निर्णय लेते हैं । दोनों में बुनियादी फर्क यह है कि फंडामेंटल निवेदक कंपनी की मजबूती पर ध्यान देता है ना की शेयर की कीमत पर । नये निवेशकों के लिए टेक्निकल रिसर्च करना या ऐसी रिपोर्ट को समझना आसान नहीं होता है । इसलिए नये निवेशकों को फंडामेंटल रिसर्च पर फोकस करना चाहिए । बेहतर यही होगा कि आप कंपनी की फाइनेंसियल रिपोर्ट को पढ़ना सीखें, कंपनी के मैनेजमेंट को समझें और कंपनी और सेक्टर के बारे में अधिक से अधिक रिसर्च करें । इससे आप यह समझ पाएंगे कि कंपनी भविष्य में क्या कदम लेगी और कंपनी का विकास किस तरह से होगा ।

आंकड़ों की जानकारी

आप यह देखें की बाजार में कंपनी की कितनी पूंजी है यानी वह मार्केट के लिहाज से कितनी बड़ी है । कंपनी की नेट इनकम, आय मे ग्रोथ, डेथ टू इक्विटी रेशों, प्राइस टू अर्निंग रेशों कितना है कंपनी का प्रॉफिट डिविडेंड देने का इतिहास है या नहीं, अच्छे फंडामेंटल आंकड़ों वाले शेयरों का चुनाव करें । ऐसी कंपनियां न सिर्फ बेहतर रिटर्न दिलाती हैं बल्कि ज्यादा लिक्विडिटी भी सुनिश्चित करती हैं । अच्छे फंडामेंटल आंकड़ों वाली मजबूत कंपनियां शेयर बाजार में होने वाले हर तरह के उतार-चढ़ाव को झेल पाती हैं. इसलिए वह औरों की तुलना में निवेश के लिए सुरक्षित विकल्प मानी जाती हैं पुणे विराम ध्यान दें कि शेयर मार्केट के रिटर्न से रिस्क भी जुड़ा होता है निवेश में थोड़ा जोखिम जरूरी होता है, जब कोई शेयर मार्केट में निवेश कर रहा होता है तो उसे कंपनी के जोखिम से संबंधित दस्तावेज पर ध्यान से पढ़ने चाहिए । और इस बात का ध्यान रहे की शेयर बाजार में रिटर्न की गारंटी नहीं होती है । जितने ज्यादा शेर की कीमत होगी आपका जोखिम भी उतना ही अधिक होगा ।

निवेश के लिए उधार ना ले

कुछ लोग दोस्तों रिश्तेदारों या परिचितों से उधार लेने के बाद यह सोचकर शेयर बाजार में निवेश करते हैं कि जब मुनाफा आएगा तो मैं उसका पैसा वापस कर दूंगा । ऐसी गलती आप कभी भी ना करें जब आपके पास जरूरी खर्च और नियमित बचत के बाद भी पर्याप्त मात्रा में धन बच जाए तब आप उसे शेयर मार्केट में निवेश करें । आपको इस बात की भी जानकारी होनी चाहिए कि शेयर बाजार में आपने जो पैसा लगाया है वह पूर्णता रिस्क पर है वह पैसा आपका बहुत अधिक मुनाफा भी दे सकता है यह पूर्णत डूब भी सकता है इसलिए शेयर मार्केट में वही पैसा लगे जितने पैसों से आप रिस्क ले सकते हैं । आपको इस बात की भी जानकारी होनी चाहिए की में शेयरो को खरीदने और बेचने में उनके दामों के अलावा आपको ब्रोकरेज फीस और सिक्योरिटीज ट्रांजैक्शन टैक्स भी देना होता है अगर आप छोटे लाभ मिलने पर ही शेयर भेजते हैं तो इन खर्चों का आपके शेयर पर नकारात्मक असर पड़ सकता है और आपका नुकसान हो सकता है ।

न करें इंटरनेट पर भरोसा

शेयर बाजार के बारे में हर जगह से मिलने वाले सुझाव के भरोसे न रहे , बल्कि किसी एक्सपर्ट से मिलने वाली सलाह पर ही भरोसा रखें । आजकल इंटरनेट मीडिया के जरिए भी तमाम तरह के टिप्स और निश्चित रिटर्न का दावा करने वाले मैसेज आते हैं, इन्हें अनदेखा करना ही समझदारी है । अगर आपको निवेश संबंधी सही जानकारी चाहिए तो खुद कंपनी के बारे में रिसर्च करें और किसी एक्सपर्ट से सलाह लें ।

भावुक होकर ना ले निर्णय

निवेश करने से पहले उसके बाद भी शेयर बाजार की गतिविधियों पर बारीकी से नजर रखें, बाजार में होने वाले उतार चढ़ाव के आधार पर ही निवेश लें अगर बाजार में अचानक गिरावट आ जाती है कहीं निवेशक घबराहट में आकर अपने सारे शेयर बेच देते हैं और उनको भारी नुकसान झेलना पड़ता है । और कई निवेशक बाजार की तेजी में अपने शेयर बेच देते हैं जिससे उन्हें थोड़ा बहुत लाभ होता है और वह एक बड़े लाभ से चूक जाते हैं । ऐसा करने के बजाय अपने निवेश के लक्ष्य मार्केट रिसर्च और एक्सपर्ट की सलाह के आधार पर सोच समझ कर निर्णय लेना चाहिए । आपको यह पता होना चाहिए कि शेयर में कब एंट्री करनी है और कब उसे बाहर निकलना है ताकि भविष्य में आपको कोई नुकसान ना हो ।

इन बातों का रखें ध्यान

  • निवेश के लिए हमेशा मजबूत कंपनियों का चुनाव करें ।
  • अर्थव्यवस्था के उतार चढ़ाव पर पहनी नजर रखें ।
  • हर सेक्टर में अच्छी कंपनियों की तलाश करें ।
  • इंटरनेट मीडिया पर मिलने वाले हर सुझाव पर भरोसा ना करें ।
  • हमेशा से भी रजिस्टर्ड ब्रोकर की मदद से ही शेरों में खरीद और बिक्री करें ।

स्टॉप लॉस क्यों जरूरी है?

अगर आप किसी शेयर में निवेश कर रहे हैं तो उसमें अपना एक प्राइस टारगेट तय करें और जब वह पूरा हो जाए तो अपना शेयर बेचकर बाजार से बाहर निकल जाए । जैसे अगर आपने कोई शेयर ₹500 में खरीदा है तो आप एक टारगेट बना लें कि जब वह 800 या ₹900 में पहुंचेगी मैं उसे बेचकर अपना profit ले लूंगा । इसी तरह से जब शेयर गिरता है उसके लिए भी स्टॉप लॉस होता है इसका मतलब यह है कि शेयर अगर नीचे की तरफ जाता है तो आप आपके द्वारा जो भी स्टॉप लॉस प्राइस सेट किया होगा उसे प्राइस पर शेयर अपने आप बेच दिया जाएगा । जैसे आपने कोई शेयर ₹500 का लिया है और आपने ₹400 का स्टॉप लॉस लगाया है जैसे ही शेयर की कीमत ₹400 हो जाएगी आपके शेयर बिक जायेंगे और अधिक नुकसान होने से बच जाएंगे ।

बचे जोखिम वाले शेयरों से

सस्ता शेयर देखकर कुछ निवेशक आकर्षित हो जाते हैं और उनको खरीद लेते हैं ऐसे शेयरों में निवेश करना काफी जोखिम भरा होता है । आपको ऐसे शेयरों में निवेश करने से बचना चाहिए क्योंकि इनमें बहुत ज्यादा जोखिम होता है ऐसे शेयरों को पेनि शेयर कहते हैं

इन सभी जानकारी के बावजूद अगर आपको यह समझ नहीं आ रहा है कि शेयर बाजार में किस तरह निवेश करें तो बेहतर यही होगा कि आप म्युचुअल फंड का सहारा लें । इक्विटी म्युचुअल फंड में निवेश करने से भी आप शेयर बाजार का लाभ उठा सकते हैं ।

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