SGB क्या है ?/What is SGB (Sovereign Gold Bond)

दोस्तों अगर आपको सोने में निवेश करना पसंद है, लेकिन इससे जुड़े जोखिम नहीं उठाना चाहते तो केंद्र सरकार ने आपके लिए एक बेहतरीन निवेश स्कीम पेश की है। दरअसल, हम बात कर रहे है, सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (SGB) स्कीम के बारे में, इस स्कीम के माध्यम से आप 999 शुद्धता वाले गोल्ड में निवेश कर सकते है।

Sovereign Gold Bond

यह एक सरकारी योजना है, जिसे सरकारी प्रतिभूति अधिनियम (Government security act), 2006 के अंतर्गत 2015 में शुरू किया गया था। इस योजना में भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की भूमिका मुख्य होती है चूँकि, गारंटी सरकार लेती है, इस वजह से इस योजना में निवेश किया गया पैसा सामान्यतः सुरक्षित होता है। गोल्ड के मुद्रीकरण की इस योजना को हर वित्तीय वर्ष(FY) में चार(4) बार भारतीय नागरिकों के लिए खोला जाता है। इस योजना में गोल्ड आपको भौतिक (Physically)रूप में नहीं बल्कि निवेश किये गए गोल्ड के मूल्य के बराबर एक सर्टिफिकेट (Certificate) के रूप में प्राप्त होता  है। सरल शब्दों में समझें तो आप गोल्ड खरीदकर उसे सरकार के पास ही सुरक्षित रखवा देते हैं और इसके बदले में सरकार आपको खरीदे गए गोल्ड की वैल्यू का एक सर्टिफिकेट जारी कर देती है। यह सर्टिफिकेट आपको सुनिश्चित करवाता है कि आपका गोल्ड सरकार के पास सुरक्षित है और उसे आप मैच्योरिटी अवधि पूरी होने अथवा पहले नियमों के मुताबिक अपनी सुविधानुसार कैश करवा सकते है।

आवेदन केसे करें –

आवेदन ऑनलाइन Online (बैंक अथवा डी-मैट खाते के माध्यम से) और ऑफलाइन Offline (बैंक अथवा पोस्ट ऑफिस में जाकर) दोनों तरीके से कर सकते हैं। ऑनलाइन के माध्यम से भुगतान करने पर आपको 50 रुपये की अतिरिक्त छूट भी मिलेगी।

गोल्ड बॉन्ड में मैच्योरिटी —      8 साल

लॉक इन पीरियड        —     5 साल

इस दौरान प्रतिवर्ष 2.5 प्रतिशत की दर से ब्याज हर 6 महीने में निवेशक को दिया जायेगा। अगर आप अपने निवेश को मैच्योरिटी अवधि तक नहीं निकालते है तो आपको कैपिटल गेन टैक्स नहीं देना होगा। सॉवरेन गोल्ड के बदले आपको लोन टू वैल्‍यू (LTV) के अनुसार सामान्‍य गोल्‍ड लोन की तरह लोन भी मिल सकता है।

आप अपने गोल्ड को मैच्योरिटी समय से पहले सीधे मार्केट में भी बेच सकते है अगर आप सीधे डीमेट अकाउंट से खरीदते हो जेसे – ग्रो (grow app) ,ज़रोदा (Zerodha) etc.

2- आप RBI के सीधे पोर्टल से भी गोल्ड बांड ले सकते हो जो की पूरी तरह से सुरक्षित है  https://rbiretaildirect.in  ,  आप इस लिंक से अपना registered करके सीधे लॉग इन कर सकते हो. ध्यान दे की KYC के लिए आपको PAN कार्ड, आधार कार्ड की आवश्यकता होगी.

योजना के क्या नियम हैं

       भारत के रिजर्व बैंक के अनुसार, सॉवरेन गोल्‍ड बॉन्‍ड स्कीम में कोई भी व्यक्ति, अविभाजित हिंदू परिवार (HUF), न्यास, विश्वविद्यालय और धार्मिक संस्थाएं निवेश कर सकती हैं। हालाँकि, एक व्यक्ति केवल 4 किलो सोना ही खरीद सकता है। जबकि किसी संस्था, कंपनी और ट्रस्ट को 20 किलो तक के गोल्ड में निवेश की अनुमति दी गयी हैं।

FY 2023-24

The series prices for the financial year 2023-24 are given below.

SeriesMonthPrice per Gram
Series 1June 2023Rs. 5,926
Series 2September 2023Rs. 5,923

SGB CERTIFICATE –  जब आप गोल्ड बांड ले लेते है तो RBI आपको कुछ दिनों में सर्टिफिकेट जारी करदेता है जो की निम्न प्रकार का है –

पूछे जाने वाले प्रश्न –

  1. सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (एसजीबी) क्या है? जारीकर्ता कौन है? (What is Sovereign Gold Bond (SGB)? Who is the issuer?)

     एसजीबी सोने के ग्राम में अंकित सरकारी प्रतिभूतियां हैं। वे भौतिक सोना रखने के विकल्प हैं। निवेशकों को निर्गम मूल्य का भुगतान नकद में करना होगा और परिपक्वता पर बांड को नकद में दिया जाएगा। बांड भारत सरकार की ओर से रिज़र्व बैंक द्वारा जारी किया जाता है। (SGBs are government securities denominated in grams of gold. They are substitutes for holding physical gold. Investors have to pay the issue price in cash and the bonds will be redeemed in cash on maturity. The Bond is issued by Reserve Bank on behalf of Government of India.)

2-मुझे भौतिक सोने के बजाय एसजीबी क्यों खरीदना चाहिए? इसके क्या लाभ हैं? / Why should I buy SGB rather than physical gold? What are the benefits?

सोने की मात्रा जिसके लिए निवेशक भुगतान करता है, संरक्षित है, क्योंकि वह मोचन / समय से पहले मोचन के समय चल रहे बाजार मूल्य को प्राप्त करता है। एसजीबी भौतिक रूप में सोना रखने के लिए एक बेहतर विकल्प प्रदान करता है। भंडारण के जोखिम और लागत समाप्त हो जाते हैं। निवेशकों को परिपक्वता और आवधिक ब्याज के समय सोने के बाजार मूल्य का आश्वासन दिया जाता है। एसजीबी आभूषण के रूप में सोने के मामले में मेकिंग चार्ज और शुद्धता जैसे मुद्दों से मुक्त है। बॉन्ड आरबीआई के बही-खातों में या डीमैट रूप में रखे जाते हैं ताकि शेयरों आदि के नुकसान के जोखिम को समाप्त किया जा सके।

3-क्या SGB में इन्वेस्ट करना रिस्क है ?/Are there any risks in investing in SGBs?

अगर मार्किट में गोल्ड का भाव कम होजाता है तो आपको नुक्सान हो सकता है जो की बहुत कम दिखने को मिलता है .

4- क्या जॉइंट अकाउंट खोला जा सकता है ?/ Whether joint holding will be allowed?

हाँ जॉइंट अकाउंट खोला जा सकता है .

5-ब्याज दर क्या है और ब्याज का भुगतान कैसे किया जाएगा?

बांड पर प्रारंभिक निवेश की राशि पर प्रति वर्ष 2.50 प्रतिशत (निश्चित दर) की दर से ब्याज लगता है। ब्याज निवेशक के बैंक खाते में अर्धवार्षिक रूप से जमा किया जाएगा और अंतिम ब्याज मूलधन के साथ परिपक्वता पर देय होगा।

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